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सोमवार, 30 अगस्त 2021
आज कौन से शेयर में तेजी रही और कौन से शेयर short turm या intraday के लिए profitable रहे
रविवार, 29 अगस्त 2021
रुकी हुयी जिंदगी में आग लगा देने वाली कविता
देख देख न तू मुड़ के देख
तेरी इस गली में न तू पलट के देख
लगेगी ऐसी चोट की रोयेगा जिंदगी भर
फिर से न पलट देख
देख फिर से न तू मुड़ के देख
चल निकल जा तू इस जवाने के भूचाल से
रख कंधे पर अपने बोझ
तू सीमा पर तैनात इन जवानो को देख
है अभी भी तेरी जिंदगी उनसे ठीक हालातो में
जिन्हे न कल की फ़िक्र है न आज की
कब वो सो जाये अपनी माँ की गोद में
मत रूठ और मत टूट इस जवाने से देख
देख तू अपने लक्ष्य को देख
भेजा है जिसने कुछ समझ के ही भेजा होगा तुझको
मत रोक खुद को निकल उस वेग से
मत रोक खुद को मत टोक खुद को
चल तू फिर से अपने वेग से
जब ढली थी शाम देखा था मैंने नूर उसके चेहरे का
उल्फ़ते उसकी क्या करे
जब खुदा को मंजूर न हो ,
शिकायते करे भी तो किससे करे
जब खुदा ही उसका गुरुर हो
जब ढली थी शाम देखा था मैंने नूर उसके चेहरे का
फिर नशा भी करे तो किसका करे
जब सुरूर हो उसके नशे का
की जब वो पलट के देखते है
मनो दुनिया थम सी जाती है
फिर ये उल्फ़ते शिकायतें शिकवा किस बात की
फिर कहे भी तो किससे कहे जब खुदा ही उसका गुरुर हो
motivational quotes
*बुझी हुई आग भी जल सकती है
तूफान से नाव भी निकल सकती है
होक उदास न बदल अपने इरादे ,
तेरे इरादे से दुनिया बदल सकती है*
*हमारे शहर में आके हामी से मोहब्बत कर गई
शहर में आने जाने वालो की खबर रखना मेरी जिम्मेदारी थी
और वो हामी से आँख मिचौली कर गई*
मंगलवार, 24 अगस्त 2021
200 रुपया नोट के बारे में पूर्ण जानकारी
* गवर्नर का सिग्नेचर होता है
* गाँधी जी की फोटो और साँची स्तूप छपा है
* 11 बार 200 सौ डिजिट में लिखा होता है
*३ बार 200 सौ हिंदी में लिखा होता है
* २ बार अंग्रेजी में लिखा होता है
* कुल 17 भाषाओँ में 200 लिखा होता है
शुक्रवार, 13 अगस्त 2021
कैसे भूल जाये तुमको , बिछड़ के अब कहा जाये तुमसे// sad love poem
कैसे भूल जाये तुमको , बिछड़ के अब कहा जाये तुमसे
टूटे हुए दिल को बहलाये कैसे ,
रूठे हुए दिल को मनाये कैसे ,
यादो को उनकी अब , दिल में छुपाये कैसे
बोलो टूट के अब रह पाए कैसे
सुबह और शाम को अब समझाए कैसे
उल्फत उन कहानियों को ,सोच के जी पाए कैसे
दिल की टूटी आरजू को यु समझाए कैसे
मिले है जो दर्द इश्क में उसे सहपाये कैसे
मेरी वीरानी जिंदगी को दिए जो उम्मीद तुम
आज उन उम्मीदों को तोड़ जाये कैसे
तुझसे बिछङ के अब जी पाए कैसे
तेरे इश्क से दूर रह पाहे कैसे
आते थे जो ख्वाबो में ,नीद को अब लाये कैसे
टूटे है जो इश्क में अब संभल पाए कैसे