एक किसान रोज एक व्यापारी को 1 किलो घी रोज देता था एक दिन व्यापारी ने सोचा की क्यों न किसान के घी को तौला जाये की किसान मुझे 1 किलो घी देता है की नहीं किसान ने वजन किया तो पता लगा की वजन 1 किलो से कम है इस पर किसान ने राजा के दरबार में इस बात की शिकायत कर दी की किसान मुझसे 1 किलो घी का पैसा लेता है और मुझे एक किलो से कम घी देता है
इस बात पर राजा ने किसान से पूछा की क्या ये बात सही है और क्यों ऐसा करते हो तो किसान के मासूम से जवाब को सुन कर राजा को हकीकत का पता चल गया
किसान बोलता है की जी हुजूर मै एक किलो ब्रेड कब से खरीद रहा हु और ये अब मुझसे एक किलो घी लेते है और मेरे पास तो न कोई बाट है और न कोई तराजू मै तो उसी दे देता हु जिससे व्यापारी मुझे तौल के देता था
किसान की बात सुनकर राजा ने तुरंत किसान की हुई हानि की भरपाई व्यपारी से करवाई और व्यापारी के घंधे को भी बंद कर दिया
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